"लुम्बिनी" को बिचमी भिन्नता
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मन्दिर प्राङ्गण मी यक बोधीवृक्ष लै रैरैछ। लै वृक्ष का शेल मायादेवीले बुद्धलाई जमन दियाको भण्णेइ भुँणाइ छ। लुम्बिनी औन्या पर्यटकअन तै पवित्र वृक्षका पात लै लैजनाआन।
==पर्यटकीय महत्व==
[[File:Light_in_lumbini.jpg|thumb|right|200px|लुम्बिनी मी अवस्थित शान्तिदीप जो हरपल बलीरन्छ]]
यो क्षेत्र बौद्धमार्गीइन को मात्तरी नहोइ बर शान्तिप्रेमी स्वदेशी रे विदेशी पर्यटकअन का मन मी बसीरैछ। बौद्ध धर्मावलम्बीइन को धार्मिक केन्द्र मात्तरी नाइ हो, लुम्बिनी बौद्ध दर्शन को अध्ययन रे अनुसन्धान अद्याअन खिलाई लै महत्वपूर्ण ठौर हो। शान्त वातावरण, फूलैफूल का बघैचा, विभिन्न किसिम का चणा का सङ्ङै चारै अण रयाका नेपाली रे विदेशी कला संस्कृति धेकौन्या विहार, चैत्य, गुम्बा पर्यटकअन का आकर्षणका केन्द्र हुन। याँ करीब २५० प्रजाति चणा पाइनान जै मी दुर्लभ सारस लै पड़न्छ। याँ को जैविक विविधता रे मनोरम प्राकृतिक दृश्य का सङ्ङै चणा अबलोकन लै अर्खो अाकर्षण हो। याँ बर्षेनी विश्वभरी का लाखौं तीर्थालू, पर्यटक तथा अध्येता याँ औनाआन।
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